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E.T.F. Fund में निवेश करना बहुत ही आसान है, साथ ही सुरक्षित भी. लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते है ई.टी.एफ फंड बेहतर सौदा हो सकता है, कैसे जानना चाहते है?


stock market में निवेश करते समय मात्र शेयरों में का विचार ही न करें. शेयरों जैसा या शेयरों से अधिक लाभ देने वाले अन्‍य साधन , अन्‍य नामों या स्‍वरूप शेयर बाजार में उपलब्‍ध है. परंतु इनके प्रति निवेशकों में जागरूकता न होने के कारण वे इन पर विशेष ध्‍यान नहीं देते. अब इन साधनों के संबंध में जागरूकता बढ़नी शुरू हो गई है. E.T.F. Fund (एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड) के नाम से निवेश  साधन में अनेक विशेषताएं हैं. इसके सौदे bse और nse में नियमित तौर पर होते हैं. ऐसे कुछ प्रोडक्‍टस के बारे में जानकारी देने जा रहे है. ये प्रोडक्‍टस लंबे समय के लिए है. इतना ही नहीं इसकी विशेषता यह है कि इसमें उंची flow उपलब्‍ध है.इनमें से कुछ प्रोडक्‍टस के बाद उपनाम लगता है. “बीज” अर्थात बैंचमार्क ट्रेडेड स्‍कीम. भारतीय पूंजी बाजार में ई.टी.एफ. (एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड) का विचार सबसे पहले प्रस्‍तुत करने वाली बैंचमार्क असेट मैनेजमेंट कंपनी (benchmark asset company) ने equity -index और gold इन तीन असेट में e.t.v. शुरू किया. इस क्षेत्र की अग्रणी रहने के कारण बाजार में इसकी हिस्‍सेदारी भी सर्वाधिक है. इसके बाद ई.टी.एफ. शुरू करने वाली कंपनियों में रिलायंस, यूटीआई, कोटक महिन्‍द्रा, आईसीआईसीआई, एसबीआई, क्‍वांटम जैसी कंपनियों का समावेश है. ये ई.टी.एफ. निफ्टी और सेंसेक्‍स के उपरांत बैंक इंडेक्‍स, पी.एस.यू. इंडेक्‍स, गोल्‍ड आदि में उपलब्‍ध है.  

E.T.F. Fund- nifty beej-निफ्टी बीज

निवेशक जब दो पांच अलग अलग शेयरों में निवेश करता है, तब आय के निंरतर घटने-बढ़ने का जोखिम नहीं रहता है. परंतु कम पूंजी के निवेशक से कितने शेयर खरीदे जा सकते है, यह भी एक सवाल है, जबकि निफ्टी बीज  ऐसा ई.टी.एफ. है, जिसका नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज के बैंचमार्क इंडेक्‍स निफ्टी की 50 स्क्रिपो में निवेश होता है. परिणाम स्‍वरूप निफ्टी बीज में निवेश करने वाले छोटे से छोटे निवेशक का भी एक साथ स्क्रिपो में निवेश हो जाता है. इस कारण उसका जोखिम विविध शेयरों में विभाजित हो जाता है. निफ्टी बीज भी शेयरों की तरह शेयर बाजार पर सुचीबद्ध होता है और उसमें शेयरों की तरह दिन प्रतिदिन खरीद-बिक्री हो सकती है. इनका भाव यूनिट के आधार पर बोला जाता है. यदि निफ्टी 17000 हो तो निफ्टी बीज की एक यूनिट 1700 रूपये की होती है. (अर्थात निफ्टी का दसवां हिस्‍सा). आपके पास निफ्टी के दो तीन शेयर हों और उनका भाव बढ़ता हो, जबकि दूसरी तरफ निफ्टी की दर घटती हो, ऐसा हो सकता है, परंतु लंबी अ‍व‍धि में निफ्टी बढ़ता ही है. इसलिए निवेशकों के लिए लंबी अवधि में यह निवेश का अच्‍छा साधन बनता जा रहा है. इसी प्रकार लंबी अवधि के लिए सेंसेक्‍स भी खरीदा जा सकता है. जिसके सौदे बीएससी, एनएसई पर स्‍पाइस नाम से होते है, जो आई.सी.आई.सी.आई. का प्रोडक्‍ट है. यदि आप निफ्टी इंडेक्‍स में वायदा (फ्यूचर ट्रेडिंग) करें, इसकी तुलना में निफ्टी के ई.टी.एफ. (निफ्टी बीज) में सौदा करे, तब खर्च कम आता है और जोखिम भी कम होता है. आप 1 यूनिट की खरीद-बिक्री भी कर सकते हैं. निफ्टी बीज में आपको मार्जिन जमा करने की झंझट भी नहीं रहती है. 

बैंचमार्क का दूसरा उत्‍पाद है “गोल्‍ड बीज” gold beej-E.T.F. Fund

पहली बात तो यह है कि गोल्‍ड (gold) का स्‍वभाव और रूझान अधिकांशत: इक्विटी से खिलाफ होता है. जिससे इक्विटी के खिलाफ हेजिंग के रूप में भी गोल्‍ड श्रेष्‍ठ साधन माना जाता है, परंतु फ‍िजिकल गोल्‍ड के बदले ई.टी.एफ. के रूप में सोने में निवेश खरीद बिक्री की नजर से सरल साधन है. हमारे देश में आधी रात की जरूरत के समय सोना काम आता है. परिवार में किसी शुभ कार्य पर भी सोने की आवश्‍यकता पड़ती है. आप गोल्‍ड ई.टी.एफ. की एक एक यूनिट जमा करके रख सकते हैं औरा आवश्‍यकता पड़ने पर इनको फ‍िजिकल सोने में बदल सकते हैं.इतना ही नहीं, फ‍िजिकल स्‍वरूप के सोने तथा गोल्‍ड बीज के सोने का भाव भी समान रहता है. आप पेपर गोल्‍ड से रकम प्राप्‍त करके फ‍िजिकल गोल्‍ड की जरूरत प्राप्‍त कर सकते हैं. गोल्‍ड बीज की अनेक विशेषताएं है. इनमें फ‍िजिकल सोने की तरह घिसावट नहीं होती है, तथा इसके चोरी हो जाने का खतरा भी नहीं होता है. यह सोना शेयरों की तरह डीमेट एकाउंट में इलेक्‍ट्राॅनिक रूप में रखा जाता है. इसके सौदों का खर्च भी कम आता है. गोल्‍ड बीज का भाव भी एक यूनिट में बोला जाता है, जो कि एक ग्राम सोने के बराबर होता है. फ‍िजिकल गोल्‍ड पर संपत्ति कर लागू होता है, जबकि पेपर गोल्‍ड संपत्ति कर के दायरे से मुक्‍त होता है. इतना ही नहीं, इस पर सिक्‍योरिटी ट्रांजेक्‍शन टैक्‍स भी नहीं लगता है.

E.T.F. Fund-लिक्विड बीज -liquid beej

इस उत्‍पाद के शेयर बाजार में सौदे होते है. इसकी विशेषता यह है कि लिक्विड बीज को नकद के समान ही माना जाता है. जिसकी वजह से मार्जिन के रूप में स्‍वीकार किया जाता है. यदि आप शेयरों की खरीद-बिक्री करते रहते हैं तो आप अपने ब्रोकर को कह सकते है कि वह आपके शेयरों की खरीद-‍बिक्री की रकम को लिक्विड बीज में रखे, जिससे इस निवेश पर भी आपको उसका लाभ मिलता रहे. लिक्विड बीज  पर दैनिक आधार पर डिविडेंड जमा होता है. विचार करें कि आपने ए.बी.सी. कंपनी के शेयर बेचे और उसकी रकम आपके खाते में ब्रोकर के पास जमा हुई. अब जब तक आप दूसरे शेयर न खरीदें, तब तक इस रकम को लिक्विड बीज में निवेश कर सकते है और शेयर खरीदते समय लिक्विड बीज को निकालकर उसकी रकम से खरीदे गए शेयरों का भुगतान कर सकते है. ऐसा करने पर आपको आपकी जमा राशि पर लिक्विड बीज के निवेश स्‍वरूप लाभ मिलता है. इसमें जैसा नाम वैसा गुण है. लिक्विड बीज का भाव एन.ए.वीं. लगभग 1 हजार रूपये होता है. इस मिलने वाला डिविडेंड भी निवेश होता रहता है. जिससे इसमें बढ़ोतरी होती रहती है. अधिकांशत: डिपॉजटरी पार्टिसिपेंट इस पर शुल्‍क नहीं लेते है. इन सौदों पर एस.टी.टी. भी नहीं लगता है. इसमें एक यूनिट का सौदा भी हो सकता है, लिक्विड बीज में एंट्री लोड और एक्जिट पोल शुन्‍य है. बैंचमार्क असेट मैनेजमेंट के उत्‍पादों में जूनियर निफ्टी और बैंक बीज का भी समावेश है. ये उत्‍पाद ई.टी.एफ. के स्‍वरूप के होने से इसमें दीर्घावधि के लिए जोखिम न्‍यूनतम तथा प्रतिफल अधिकतम संभ‍ावित है.

 

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