stock chart को पढ़ना, समझना और उसके मुताबिक स्टॉक मार्केट की चाल को समझना कोई राकेट साइंस नही है. इसे कोई भी समझ सकता है. आपको चार्ट को समझने के लिए थोड़ा समय देना चाहिये. इससे आपकी ट्रेडिंग नियंत्रित हो सकती है…
stock chart analysis : जब हम stock market में Trade करते है, तो तब सुनते है कि किसी share में trading या Investment हमेशा तब करो, जब आप उसके fundamental या technical को समझते हो. इस तरह analysis करने के बाद शेयर में trading या Investment बहुत हद तक सुरक्षित हो जाता है. जब भी हम बिना सोचे विचारे ट्रेडिंग करते है, तब हम अपने पैसे को असुरक्षित बना देते है. आज हम ये जानेंगे कि Technical Analysis क्या है? और किसी share का Technical Analysis कैसे करते है, शेयर के चार्ट को पढ़ते है…. इसे समझना बहुत ही आसान है.
stcok chart कर सकते है पूरा खुलासा-
शेयर के rate को Chart, scriptऔर graph के रूप में दर्शाया जाता है. इसमें लंबवत अक्षांश (vertical latitude) भाव का प्रतिनिधित्व करता है, तो आड़ा अक्षांश ( horizontal latitude) समय को दर्शाता है.अक्सर इन चार्ट में वॉल्यूम (मात्रा) भी शामिल होती है.चार्ट निरीक्षण चार तकनीकी विश्लेषण का बनुयादी रूप है. यह तकनीकी विश्लेषक entry (प्रवेश) एवं exit (निकास) और stop-loss कहां लगाना है, इसमें मदद करते है, जिससे जोखिम कम से कम रहे.इसके साथ ही चार्ट संक्षेप में किसी खास अवधि के तत्कालीन भावों और वॉल्यूम संबंधी जानकारी भी प्रदान करते है. जिसका उपयोग बुनियादी विश्लेषक भी बाजार के trend तथा विशिष्ट घटनाओं के प्रति इसकी प्रतिक्रिया के अध्ययन में करते है.ट्रेडर और निवेशक अपनी सूचनाओं के आधार पर मुख्यत: तीन तरह के चार्ट उपयोग करते है.
–line chart
-Bar chart
-candlestick chart
इन सभी में हम time period भी चुन सकते है. यदि आप दैनिक बार चार्ट को चुनते है, तो प्रत्येक vertical bar एक दिन को दर्शाता है.इसी तरह, व्यक्ति long term chart को देखते समय समयावधि को साप्ताहिक या मासिक में भी बदल सकता है.
what is line chart?
What is a bar chart?
यह चार्ट vertical lines की श्रंखला से बना होता है, जो निश्चित अवधि के दौरान भावों में उतार-चढ़ाव को दर्शाता है.इस रेखा के दोनों और वाले आड़े डैश चिन्ह खुले व बंद भाव को दर्शाते है. left side का आड़ा डैश-चिन्ह खुलने का भाव और right side वाला डैश-चिन्ह बंद का भाव दर्शाता है.आमतौर पर संपूर्ण बार का रंग स्थिर रहता है. हालांकि कुछ साफ्टवेयरों में खुलने के भाव से बंद भाव अधिक होने पर बार को काले या हरे रंग का और जब खुलने के भाव से बंद भाव कम हो, तब बार को लाल रंग का दिखाया जाता है.
what is candlestick chart?
कैंडलस्टिक चार्ट का अविष्कार जापान में 300 साल से भी पहले हुआ था.यह ट्रेडर्स और निवेशकों के बीच सबसे लोकप्रिय चार्ट पैटर्न है.इस चार्ट में खुलने का भाव, बंद भाव, उच्च भाव और निम्न भाव संबंधी डाटा को कैंडल (मोमबत्ती) के रूप में दर्शाया जाता है. इसे candlestick chart कहते है.बार और कैंडलस्टिक चार्ट दोनों एक जैसा डाटा उपलब्ध रहता है. हालांकि कैंडलस्टिक चार्ट को पढ़ना आसान होता है, और यह देखने में अधिक आकर्षक होता है. गिरावट की अवधि (जब खुलने के भाव से बंद भाव कम हो) को रंगभरी कैंडलस्टिक आकृति द्वारा दर्शाया जाता है. अक्सर तेजी के रूखवाली कैंडलस्टिक को हरी आकृति में, जबकि मंदी के रूख वाली कैंडलस्टिक को लाल आकृति में दिखाया जाता है. दैनिक कैंडलस्टिक चार्ट में एक कैंडल एक दिन को दिखाती है. इसी तरह आप इसी कैंडलस्टिक की समयावधि में सेंटिग्स में बदलाव कर इसे और छोटी समयावधि (घंटे,30 मिनट आदि) में भी देख सकते है.